27.8 C
Delhi
शुक्रवार, अप्रैल 19, 2024
Recommended By- BEdigitech

अक्टूबर मे दिल्ली में हुए सर्वेक्षण में 99 प्रतिशत नमूनों में कोरोनावायरस डेल्टा वेरिएंट पाया गया।

आंकड़ों से पता चला है कि दिल्ली में अक्टूबर के महीने में जीनोम अनुक्रमण के लिए नमूने भेजे गए थे। जिनमें से 99 प्रतिशत नमूनों में ‘डेल्टा वेरिएंट’ और ‘सर-कोव -2’ वायरस के उप-वंश पाये गये थे।

भारतीय Sars-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) की स्थापना के बाद से कई महीनों में दिल्ली से कुल 7,361 नमूने अनुक्रमण के लिए भेजे गए थे। जिनमें से 2,873 नमूनों में डेल्टा प्रकार का पता चला था।

जीनोम सीक्वेंसिंग डेटा के अनुसार अक्टूबर में 99 फीसदी, सितंबर में 97 फीसदी, अगस्त में 86 फीसदी और जुलाई में 52 फीसदी सैंपल में डेल्टा वेरिएंट पाया गया है। अप्रैल और मई के महीनों में, जब कोविड़ की दूसरी लहर अपने चरम पर थी, अनुक्रमण के लिए भेजे गए कुल नमूनों में से क्रमशः 54 और 82 प्रतिशत डेल्टा संस्करण पाया गया था।

जून के महीनों में 90 फीसदी और जुलाई के महीने में 52 फीसदी सैंपल डेल्टा वेरिएंट के साथ पाए गए।

Advertisement

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) को 6,235 नमूने भेजे गए थे जिनमें से 2,268 में डेल्टा संस्करण का पता चला था।

लोकनायक अस्पताल भेजे गए 99 नमूनों में से 74 का डेल्टा संस्करण के साथ पता चला था। हालांकि केवल 966 नमूनों में अल्फा वेरिएंट का पता चला था।

सूत्रों ने कहा कि लगभग आधे नमूनों में डेल्टा वैरिएंट पाया गया, इसके बाद AY.4 सबलाइनेज मिला। इस बीच, दिल्ली की छठी सीरो सर्वे रिपोर्ट के अनुसार राजधानी में 90 प्रतिशत लोगों ने कोरोनावायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर ली है।

छठे सीरो सर्वे में यह भी पता चला कि दिल्ली में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक है। दिल्ली के हर जिले में 85 फीसदी से ज्यादा सीरो-पॉजिटिव पाए गए हैं।

Related Articles

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Latest Articles