35.1 C
Delhi
शुक्रवार, मार्च 29, 2024
Recommended By- BEdigitech

क्या आप जानते हैं भारतीय तिरंगे को कब जाकर मिली थी संवैधानिक मान्यता ? अब तक 6 बार बदल चुका है ध्वज!

भारत को आजाद हुए 75 साल हो चुके हैं। इस दिन के लिए मोदी सरकार ने सबसे आग्रह किया है कि, घर में तीरंगा जरूर लगाएं। लेकिन क्या आप जानते हैं भारतीय तिरंगे को कब जाकर मिली थी संवैधानिक मान्यता ?

आपको बता दें कि, 1947 में 22 जुलाई को संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को अपनाया था। उससे पहले राष्ट्रीय ध्वज में कई बदलाव किए गए थे।

आइए जानें कब हुई थी इसकी शुरुआत, कैसे मिला देश को झंडा ?

1906 – देश का पहला ध्‍वज 7 अगस्‍त 1906 को कोलकाता के पारसी बागान चौक ग्रीन पार्क में फहराया गया था। इस तिरंगे में ऊपर हरे, बीच में पीले और नीचे लाल रंग की पट्टियां थीं। ऊपर की हरी पट्टी में कमल के फूल बने थे, नीचे की लाल पट्टी में सूरज और चांद, जबकि बीच वाली पीली पट्टी में वंदे मातरम लिखा हुआ था। इसे सचिंद्र प्रसाद बोस और हेमचंद्र कानूनगो द्वारा ने बनाया था।

1907- 1907 में मैडम कामा और उनके साथ निर्वासित किए गए कुछ क्रांतिकारियों द्वारा यह झंडा पेरिस में फहराया गया था। यह झंडा भी पहले ध्‍वज की ही तरह था। इसमें तीन रंगों में केसरिया, हरा और पीला शामिल था। इसमें सूरज और चांद के साथ तारा भी शामिल किया गया था, जबकि कमल की जगह दूसरा फूल शामिल था।

Advertisement

1917 – तीसरे ध्वज को ध्वज को लोकमान्य तिलक और डॉ एनी बेसेंट ने घरेलू शासन आंदोलन के दौरान फहराया था। इस ध्वज में ब्रिटिश हुकूमत की झलक साफ दिखती थी।

1921 – 1921 में विजयवाड़ा में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्र के दौरान आंध्र प्रदेश के एक युवक ने यह झंडा बनाकर महात्मा गांधी को दिया था। यह लाल और हरा रंग का था। इसमें लाल रंग और हरा रंग किया हुआ था। इसे देख गांधीजी ने सुझाव दिया था कि भारत के शेष समुदाय का प्रतिनिधित्व करने के लिए इसमें एक सफेद पट्टी और राष्ट्र की प्रगति का संकेत देने के लिए एक चलता हुआ चरखा भी जोड़ देना चाहिए।

1931- साल 1931 में तिरंगे को हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया था। इसमें केसरिया, सफेद और हरे रंग की पट्टी शामिल थी। बीच वाली सफेद पट्टी गांधीजी के चलते हुए चरखे के साथ थी।

1947 – आजादी के बाद राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ध्वज में से चरखे को हटाकर अशोक चक्र लगाया। इस तरह 22 जुलाई को संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को अपनाया था।

ये भी पढ़े – 2022 के अनुसार आखिर बिहार में कितने जिले है, विस्तार से यहां जाने ?

मोहित नागर
मोहित नागर
मोहित नागर एक कंटेंट राइटर है जो देश- विदेश, पॉलिटिक्स, एंटरटेनमेंट, हेल्थ और वास्तु से जुड़ी खबरों पर लिखना पसंद करते हैं। उन्होंने डॉ० भीमराव अम्बेडकर कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी) से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है। मोहित को लगभग 3 वर्ष का समाचार वेब पोर्टल एवं पब्लिक रिलेशन संस्थाओं के साथ काम करने का अनुभव है।

Related Articles

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Latest Articles