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गुरूवार, अप्रैल 18, 2024
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दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह का प्रयास करने वाले व्यक्ति की अस्पताल में मौत, महिला की हालत नाजुक, अस्पताल में चल रहा इलाज

बीते सोमवार यानी 16 अगस्त 2021 को देश की राजधानी दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक महिला और पुरुष ने खुद को आग के हवाले कर लिया था। जिसके बाद 27 वर्षीय व्यक्ति की आज सुबह मौत हो गई। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को आत्मदाह की कोशिश करने वाले महिला और पुरुष को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

जिसमें 27 वर्षीय युवक 65 प्रतिशत, जबकि 24 वर्षीय युवती 85 प्रतिशत तक झुलस गई थी। जिसके बाद पुरुष की आज सुबह मौत हो गई जबकि महिला का इलाज चल रहा है।

पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि महिला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली है और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद अतुल राय ने 2019 में उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया था और सांसद इस मामले में 2 साल से न्यायिक हिरासत के चलते जेल में हैं।

बता दें कि आत्महत्या का प्रयास करने से पहले युवती ने सहयोगी के साथ फेसबुक लाइव पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें उसने अपनी पहचान बताई। इस फेसबुक लाइव पर महिला ने आरोप लगाया कि उसने 2019 में अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। युवती ने वीडियो में कहा कि पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारी और अन्य लोग आरोपी का साथ दे रहे हैं।

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नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने घटना की जानकारी देते हुए बताया था कि इस घटना के पीछे की सटीक वजह का अभी पता नहीं चल पाया है और मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच जारी है। लेकिन ऐसा संदेह है कि आरोपी पक्ष द्वारा महिला पर फर्जीवाड़े के मामले में फंसाए जाने के डर से महिला ने आत्महत्या की कोशिश की थी।

पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने सोमवार के दिन हुई घटना की जानकारी देते हुए बताया कि महिला और पुरुष द्वारा खुद को आग लगाने पर मौके पर मौजूद पुलिस दल ने तत्काल उन पर कंबल डालकर आग को बुझा दिया और आनन-फानन में दोनों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया।

आपको बता दें कि फेसबुक लाइव वीडियो में युवती ने दावा करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश की स्थानीय अदालत द्वारा उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया गया है और न्यायाधीश ने उसे समन भी जारी किया है।

फेसबुक लाइव वीडियो में युवती ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कहा कि मार्च में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर दुष्कर्म मामले की सुनवाई को प्रयागराज से दिल्ली की अदालत में स्थानांतरित कराने के लिए उसने अनुरोध किया था। जिसके बाद अगस्त में आरोपी सांसद के भाई द्वारा दर्ज कराई गई फर्जीवाड़े की शिकायत के आधार पर वाराणसी की एक स्थानीय अदालत ने युवती के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया।
बताते चलें कि अभी फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच जारी है।

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