इसके तहत ही अब दिल्ली की रॉउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव
इस केस में लालू यादव और उनकी पत्नी समेत 14 अन्य आरोपियों को घेरे में लिया गया है। दरअसल, बताया जा रहा है
कि जब यूपीए की सरकार में लालू यादव रेल मंत्री हुआ करते थे तब उन्होंने कई लोगों से नौकरी लगवाने के बदले उनकी जमीन और प्लॉट अपने नाम करवा लिए थे।
बता दें कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे तो उन्होंने नौकरी का लालच देते हुए लोगों से 2004 से 2009 के बीच ग्रुप डी के पदों के बदले अपने परिवार के नाम उनकी जमीन हड़प ली थी