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शनिवार, दिसम्बर 14, 2024

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश में नीतीश कुमार ने बढ़ाई बीजेपी की मुश्किलें, अखिलेश यादव से मिला सकते हैं हाथ ?

बीते सोमवार यानी 13 मार्च को जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) ने ऐसा बयान जारी किया, जिसके सामने आने के बाद बीजेपी की मुश्किलें जरा बढ़ गई हैं। दरअसल, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ये बयान साझा किया है।

इस बयान में ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन सिंह ने कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतर सकती है। हालांकि चुनाव में अभी एक साल बाकी है लेकिन सभी पार्टियां अभी से अपनी तैयारियों में जुट गई हैं।

बता दें कि सोमवार को ललन सिंह एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पहुंचे थे और इस दौरान ही उन्होंने अपने और समाजवादी पार्टी के एक साथ आने की बात कही। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ ही चुनाव लड़ेगी।

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हालांकि अभी तक उन्होंने आधिकारिक रूप से ये बयान नहीं दिया है, उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि जब लोकसभा चुनाव आएंगे और अगर पार्टी बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की तरफ अपना रूख करती है तो वह समाजवादी पार्टी के साथ हाथ मिला सकते हैं।

ललन सिंह ने अपने बयान में आगे कहा कि, समाजवादी पार्टी हमारी पसंद इसलिए है क्योंकि वो समाजवादी विचारधारा को साथ लेकर चलते हैं और हम भी समाजवादी है तो इसलिए स्वाभाविक तौर पर हम समाजवादी पार्टी के साथ ही रहेंगे।

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इस गठबंधन से समाजवादी पार्टी को क्या मिलेगा लाभ ?

अगर बात करें राजनीतिक लाभ की तो उत्तर प्रदेश में यादव समुदाय के बाद अगर कोई सबसे बड़ा समुदाय है तो वह है कुर्मी समुदाय और इसी वोटबैंक पर उत्तर प्रदेश की राजनीति निर्धारित करती है और अगर बात करें नीतीश कुमार की तो नीतीश कुमार कुर्मी समुदाय से आने वाले एकमात्र सीएम है जो कि बिहार की सत्ता को एक दशक से संभाल रहे हैं।

अगर नीतीश कुमार समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करते हैं तो उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी समेत सभी पार्टी कुर्मी समुदाय से समर्थन पाने के लिए अपने-अपने प्रयासों में लगे हैं और नीतीश कुमार भी कुर्मी समुदाय वोटर्स के दम पर सूबे में एंट्री करना चाहते हैं।

नीतीश कुमार के आने से पहले बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की इस जाति पर पकड़ थी लेकिन नीतीश कुमार की एंट्री इसमें खलल पैदा कर सकती है। अब क्या वाकई उत्तर प्रदेश में सियासी रूख बदलेगा, ये तो आगामी चुनाव में ही देखने को मिल सकता है।

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शुभम सिंह
शुभम सिंह
शुभम सिंह शेखावत हिंदी कंटेंट राइटर है। वह कई टॉपिक्स पर आर्टिकल लिखना पसंद करते है जैसे कि हेल्थ, एंटरटेनमेंट, वास्तु, एस्ट्रोलॉजी एवं राजनीति। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है। वह कई समाचार वेब पोर्टल एवं पब्लिक रिलेशन संस्थाओं के साथ काम कर चुके है।

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