29 C
Delhi
शनिवार, अप्रैल 27, 2024
Recommended By- BEdigitech

गायत्री मंत्र क्या है और इसके क्या फायदे है..

शास्त्रों के अनुसार गायत्री वेदमाता हैं, जो मनुष्य के समस्त पापों का नाश करने की शक्ति रखती है। गायत्री को भारतीय संस्कृति की जननी भी कहा गया है। गायत्री मंत्र, वेदों का सर्वश्रेष्ठ मंत्र है। गायत्री मंत्र के जप के लिए तीन समय हैं।

इसका जप प्रात:काल, सूर्योदय से थोड़ी देर पहले मंत्र जप शुरू कर सकते है। दूसरा समय दोपहर का है, जब आप इस मंत्र का जप कर सकते है। तीसरा समय शाम का है, सूर्यास्त के कुछ देर पहले आप मंत्र जप शुरू कर सकते है।

आप इन तीन समय के अतिरिक्त भी गायत्री मंत्र का जप कर सकते है। इसके लिए आप मौन रहकर या मानसिक रूप से जप कर सकते है। इस मंत्र का जप तेज आवाज में नहीं करना चाहिए।

गायत्री मंत्र के उपाय

  1. इसका उपयोग नित्य दिन 108 बार गायत्री मंत्र जप करने से शत्रु वायु अग्निदोष दूर हो जाएगा।
  2. कभी भी आपको भूत प्रेत का सामना करना पड़े तो आप 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करके जल का फूंक लगाने से भी भूत आदि दोष दूर हो जाते है।
  3. इस मंत्र का जाप करने से कुशा पर फूंक मारकर शरीर का स्पर्श करने से प्रकार के रोग भूत भय नष्ट हो जाते हैं।
  4. लाभ पाने के लिए गाय के दूध में आम के पत्ते को डुबोकर हवन करने से सभी प्रकार के लाभों की प्राप्ति होती है।
  5. शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे गायत्री मंत्र का जप करने से सभी प्रकार की ग्रह दूर हो जाएगी। जिससे आपके जीवन में सुख शांति आ जाएगीय़
  6. ग्रहों की शांति के लिए षमी वृक्ष की लकड़ी के छोटे-छोटे टुकड़े कर गुलर पाकर पीपल व बरगद के साथ गायत्री मंत्र का जप करते हुए 108 आहुतियां दे, जिससे आपको शांति मिलेगी और आपके ऊपर कोई संकट नहीं आएगा।
  7. गायत्री मंत्र का जाप करते हुए फूलों का हवन करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है।
  8. शंखपुष्पी के पुष्पों से गायत्री मंत्र का हवन करने से कुष्ठ रोगों से मुक्ति मिल जाती है।
  9. लाल कमल के फूल और शाली चावल से हवन करने पर आपको लक्ष्मी प्राप्ति होगी।
  10. वेद की लकड़ी से गायत्री मंत्र का हवन करने से राष्ट्रीय विप्लव और विद्युतपात की सम्सयाएं दूर हो जाती है।
  11. गायत्री मंत्र के जाप करने से दरिद्रता दूर होती है।
  12. संतान संबंधी किसी भी समस्या से मुक्ति पाने के लिए गायत्री मंत्र का जाप करें।
  13. गाय के दूध में गुरुजी के पौधे की छोटे-छोटे टुकड़े को डुबोकर नित्य 108 बार गायत्री मंत्र का जप करते हवन करने से मृत्यु रोग का निवारण होता है।

ये भी पढ़े – अगर दुकान में हो रहा है घाटा, तो आज ही आजमाएं ये खास उपाय, बरकत के साथ-साथ मिलेंगे कई लाभ?

Advertisement

राजन चौहान
राजन चौहानhttps://www.duniyakamood.com/
मेरा नाम राजन चौहान हैं। मैं एक कंटेंट राइटर/एडिटर दुनिया का मूड न्यूज़ पोर्टल के साथ काम कर रहा हूँ। मेरे अनुभव में कुछ समाचार चैनलों, वेब पोर्टलों, विज्ञापन एजेंसियों और अन्य के लिए लेखन शामिल है। मेरी एजुकेशन बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (सीएसई) हैं। कंटेंट राइटर के अलावा, मुझे फिल्म मेकिंग और फिक्शन लेखन में गहरी दिलचस्पी है।

Related Articles

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Latest Articles