नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बेहद महत्व होता है, घर के निमार्ण से लेकर घर में मौजूद हर एक वस्तु का सीधा सीधा क्नेक्शन वास्तु से होता है। यदि घर में कोई वस्तु अपने सही स्थान या दिशा में नही होती है तो वहां नकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगता है। लेकिन वही अगर सभी वस्तुएं अपने सही स्थान और दिशा में होती है तो वहां सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। कई बार हमारे घर में परेशानियां शुरू हो जाती है, परिवार के लोग बीमार होने लगते हैं और परिवार में कलह है जैसी स्थितियां भी शुरू हो जाती है। परंतु वास्तु शास्त्र में इससे बचने के कई उपाय बताए गए हैं इन्हीं उपायों में से एक दीप जलाना भी माना जाता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में दीपक जलाने से किस प्रकार परेशानी समाप्त हो जाती है इसकी जानकारी देंगे।
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दीपक जलाने का महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मंगलदीपक जलाना शुभ माना जाता है, इसको जलाने के लिए आपको एक कांच का बाउल लेना है जिस पर एक कांच का गिलास रख ले। अब इसके बाद उस बाउल में गिलास के चारों तरफ गोलिया जिसे कांच कहते हैं उसे डाल दें। अब आपको दीपक में सरसों का तेल, तिल का तेल या फिर देसी घी को डालकर दीपक को जलाना है। यह प्रक्रिया आपको रोज शाम होते ही लगभग रात के 10:00 बजे के आसपास करनी है। जैसे-जैसे आपको इस दीपक में तेल या घी कम होता दिखे तो वापस से उसमें डालें। वहीं जब आपको नींद आने लग जाए तो इस दीपक को बुझा दे। फिर अगले दिन जब आप दीपक जलाएं दीपक का तेल और उसकी बत्ती को बदल दे और वही समय होने पर फिर से दीपक जलाए।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
वास्तु के अनुसार, घर में दीपक जलाते वक्त हमें कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जैसे कि आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए दीपक को घर की अग्नि कोण दिशा या मेन कमरे में ही जलाना चाहिए। वही अगर आपके वैवाहिक जीवन में समस्या आ रही है और आप इन से निजात पाना चाहते हैं तो ऐसे में दीपक को वायव्य कोण में जलाए। इसके अलावा घर परिवार में स्वास्थ्य परेशानियां आपको घेरने लगे तो ऐसे में अग्नि कोण में दीपक जलाए। साथ ही अगर आपकी शादी में अड़चनें आ रही है तो उसके लिए आपको नैऋत्य कोण में दीपक जलाना चाहिए।